Sunday, October 25, 2015

fun n masti


Pappu:- पापा मुझे एक लड़की से प्यार हो गया है…..!!
 PAPA:- Wow, कौन है वो खुशनसीब लड़की…..??
 Pappu:- जी ‘पिंकी’, अपने पड़ोसी “गुप्ता जी” की बेटी…..!!
 PAPA:- Ohh No बेटा, मैं तुम्हें कुछ बताना चाहता हुँ But तुम Promiss करो कि मम्मी को नही बताओगे…..!!  PAPPU:- Promiss, नही बताऊंगा…..!!
PAPA:- Actually पिंकी तुम्हारी बहन है…..!! ये सुन के पप्पू ने पिंकी को भुला दिया……

और फिर 2 महीने बाद…….
 Pappu:- पापा मुझे फिर से एक लड़की से प्यार हो गया है, और वो लड़की बहुत Hot है…..!!
PAPA:- Wow, ये तो बहुत अच्छी बात है, कौन है वो लड़की…..??
Pappu:- रेशमा, अपने पड़ोसी “वर्मा जी” की बेटी…..!
 PAPA:- Ohh No फिर से, बेटा रेशमा भी तुम्हारी बहन है…..!!
 Pappu पागल होने लगा था
आखिर उसने तंग आ कर रोते हुए मम्मी से कहा:-
 मैंने 6 लड़कियों से प्यार किया लेकिन 6 की 6 पापा की बेटियाँ निकली…..!!
 Mummy:- अले अले मेरा बच्चा, रो मत तू किसी से भी प्यार कर…..
तू उनकी मत सुन क्योंकि वो तेरे पापा नही हैँ…..!!

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Sasur to damad..

Beta kal tumhare saale ke liye ladki dekhne jana h tum kal aajao...

Damad...
Sasur ji ap apne hisab se dekh lo...

Yahan to mera khud ka decision galat hua pada h...

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वो  मुड़ मुड़ के देख रहे थे हमें,

हम मुड़ मुड़ के देख रहे थे उन्हें,

वो हमें, हम उन्हें,

हम उन्हें, वो हमें,

क्योंकि  परीक्षा में …

न उन्हें कुछ आता था, न हमें !!!

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मैं एक आदर्श आदमी हूं ।
मैं जुआं नहीं खेलता ।
सिगरेट नहीं पीता ।
पान नहीं खाता ।
शराब भी नहीं पीता ।
अपनी पत्नी के प्रति पूरी तरह वफादार हूं,
किसी दूसरी औरत कि तरफ देखता तक नहीं ।
रात को 9 बजे सो जाता हूँ,
सुबह जल्दी सोकर उठता हूं !
इस दिवाली में मैं प्रण लेता हूं कि अपनी झूठ बोलने की आदत को भी छोड़ने की कोशिश करूंगा !

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महंगाई संरक्षण का सिद्धान्त- कभी "पेट्रोल’ कभी "प्याज’ कभी "टमाटर’ तो कभी "अरहर’
महंगाई एक ऐसी एनर्जी है जिसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता।
इसे सिर्फ एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।

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दाल पर फिल्मों के डायलॉग -~:


 एक किलो दाल की क़ीमत तुम क्या जानो मोदी बाबू,......~:

मेरे करन अर्जुन आयेंगे , एक किलो अरहर दाल लायेंगे ।~:

मेरे पास गाड़ी है बंगला है बैंक बैलेंस है तुम्हारे पास क्या है ?"मेरे पास दाल है"~:

ये दाल हमको दे ठाकुर~:

जॉनी जिनके घर डिनर मे दाल होती है वो दरवाज़ा बन्द कर के खाते है ।~:

जा सिमरन जा खा ले अपने हिस्से की दाल~:

दाल को खाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है ।~:

ना तलवार की धार से , ना गोलियों की बौछार से , बन्दा डरता है तो सिर्फ़ दाल के दाम से~:

प्यार से दाल खिला रहे है खा लो , वरना थप्पड़मार के भी खिला सकते है ।~:

अरे ओ साम्भा ! कितने किलो दाल थी ।सरदार 220 ₹ किलो~:

 सरदार मैने आपकी दाल खाई है ~:

पीटर तुम लोग मुझे वहाँ ढूंढ़ रहे हो और मैं यहां दाल खा रहा हूं ।~:

 कुत्ते मै तेरी पूरी दाल पी जाउंगा ।~:

दालवाले दुल्हनिया ले जायेंगे ..