Wednesday, September 23, 2015

डेंगू की पूरी कथा

                                       👉👉👉डेंगू👈👈👈





 ☝छोटी छोटी युक्ति... डेंगू से मुक्ति☝


👍पानी ठहरेगा जहां डेंगू पनपेगा वहां👍

👉 मछर से फैलता है डेंगू👈

😀खुद डॉक्टर ना बनें😀

🙏सारे घर को चेक करें,  टायर ,ट्यूब, प्लास्टिक के डिब्बे ,कूलर, फ्रिज का वेस्ट पानी ,
अगर पानी हो तो सरसों का तेल, केरोसिन ,पेट्रोल ,डीजल डालें।🙏

👉डेंगू तीन प्रकार का होता है।
1. क्लासिकल
2.हैमरेजिक
3.शोंक सिंड्रोम

👌क्लासिकल साधारण डेंगू है जो की कुछ समय बाद खुद ठीक हो जाता है। अधिकतर मरीज इसी डेंगू से पीड़ित हैं।

🌀डेंगू के असली लक्षण🌀


1तेज बुखार आना
2.सर भारी या सिर् में दर्द
3.उल्टी की शिक़ायत या जी मिचलाना।
4.सारे शरीर में दर्द।
5.  3 से 4 दिन बाद भी बुखार का उतरना चढना।

👉रोग के ज्यादा बढ़ने पर:-
1.मसूड़ों से खून आना। नाक कान मुँह से भी खून आ सकता है।
2.शरीर पर लाल रंग के चकते उभरना।।
तुरंत हस्पताल में जाएं ।

👉डेंगू की अफवाह 👈


आपको जानकर आशचर्य होगा की डेंगू कोई गम्भीर बीमारी नहीं है।
समय पर सचेत ना होने पर ,खुद डॉक्टर बनने पर,गलत दवाई लेने पर,ज्यादा घबराने पर,खाना पीना छोड़ देने पर और समय पर दवाई ना लेने पर ही यह रोग गंभीर हो जाता है।

😀प्लटलेट का राज😀

     क्या हैं प्लेटलेटस


👉हमारे शरीर में 15000 से 450000 प्लेटलेट्स होनी चाहिए ।

👉 मौसमी बुखार में भी हमारी प्लेटलेट्स कम हो सकती हैं इसलिए हर बुखार को डेंगू ना मानें।
दूसरी बात 40000 तक प्लेटलेट्स रह जाएं तो भी ना घबराएं । 25000 प्लेटलेट वाले मरीज भी इलाज मिलने के बाद 3 से 4 दिन में ही रिकवर कर सकते हैं।

👉प्लेटलेट घटते कैसे हैं।


1.किसी भी प्रकार का तरल ना लेने पर।

2.सामान्य बुखार में दी जाने वाली दवाएं जैसे की एंटी बायोटिक लेने पर।एंटी बायोटिक हमारे शरीर के प्लेटलेट्स पर असर डालती हैं।

3.मानसिक रूप से कमजोर होने पर। घबरा जाने पर । आप अपने दिमाग पर जोर देंगे हौसला छोड़ देंगे तो प्लेटलेटस घटने लगेंगे।

😀😀प्लेटलेट्स बढ़ेंगे कैसे ।


1.ज्यादा से ज्यादा तरल पीने पर चाहे वो RO पानी ही क्यों न हो।

2.हर 1 या 2 घण्टे में बार बार पीने को दें।

3.अगर उल्टी आए तो ग्लूकोस चढ़वा सकते हैं ।

4.हौसला बनाये रखे इससे भी प्लेटलेट्स बढ़ने में मदद मिलेगी।
मरीज जल्दी रिकवर करेगा।

5.पीने में सिर्फ RO का या गरम करके ठंडा किया हुआ पानी दें।
नारियल पानी, अनार जूस ,मिक्स जूस, फ्रूटी, दूध , बकरी का उत्तम है।

6.घरेलू उपचार में गिलोय और पपीते के पत्तों को पीस कर रस पिला सकते हैं।गेहूं के हरे पौधे का रस भी उत्तम है।

7.बुखार आने पर सिर्फ पेरासिटामोल की टेबलेट ही लें। एस्प्रिन ,ब्रुफिन हरगिज न लें।
आजकल मार्किट में प्लेटलेट्स बढ़ाने की गोली भी आई हुई है। आप वो भी ले सकते हैं।

☝☝रोचक तथ्य: ☝☝


1.डेंगू का बुखार लगभग 2 से 10 दिन तक ही रहता है। हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शमता इसे हमारे शरीर के हिसाब से काबू कर लेती है।

2.हमारे यह महामारी का रूप ले चुका है लेकिन अफवाओं से बचें व समय पर इलाज लें।

3.कई अस्पतालों में आपके प्लेट्लेट्स  को कम करके दिखाया जाता है। 60000 को 40000 दिखाकर आपको एडमिट कर लेते हैं।ऐसी कई  शिकायतें मिलीं हैं।
सिविल हॉस्पिटस्ल में अब डेंगू का टेस्ट उपलब्ध है।

👉👉👉डेंगू के टेस्ट:👉👉

कार्ड द्वारा डेंगू का टेस्ट किया जाता है। जिसकी कीमत लगभग 800 रूपये होती है।

प्लेटलेट्स का टेस्ट डेंगू का टेस्ट नहीं होता।


🙏🙏🙏आखरी बात🙏🙏🙏


हमने हास्पिटल वालों की चाँदी कर रखी है। इतना सब होने के बाद भी हम सचेत नहीं हुए। अभी भी कई घरों में डेंगू के लार्वा मिलें हैं। हॉस्पिटल क़े चक्कर काट रहे हैं अपने घर की छ्त का चक्कर आज तक नहीं लगाया। ऊपर कहीं पानी जमा तो नहीं।

 धुंए की मशीन लाने के लिए 10 रूपये नही दे सकत्ते । डॉक्टर को 10000 दे देंगे।

50 रूपये का केरोसीन गली वाले खड़े पानी में नहीं डाल सकते... 50000 हॉस्पिटल में दे देंगे।

🙏सचेत रहें ।डेंगू से बचे रहें ।🙏

(जैसा whatsapp पर भेजा गया है)