Sunday, August 16, 2015

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life funda in 2 minutes 


1. जिदंगी मे कभी भी किसी को बेकार मत समझना
क्योंकि बंद पड़ी घड़ी भी दिन में दो बार सही समय
बताती है।
2. किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल
उस 'मक्खी' की तरह है जो सारे खूबसूरत जिस्म को
छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है।
3. टूट जाता है गरीबी में वो रिशता जो खास होता है
हजारों यार बनते हैं जब पैसा पास होता है.
4. मुस्करा कर देखो तो सारा जहाॅ रंगीन है वर्ना भीगी
पलकों से तो आईना भी धुधंला नजर आता है
5. जल्द मिलने वाली चीजें ज्यादा दिन तक नही चलती
और जो चीजें ज्यादा दिन तक चलती है वो जल्दी नही
मिलती
6. बुरे दिनों का एक अच्छा फायदा अच्छे-अच्छे दोस्त
परखे जाते है
7. बीमारी खरगोश की तरह आती है और कछुए की तरह
जाती है जबकि पैसा कछुए की तरह आता है और
खरगोश की तरह जाता है
8. छोटी छोटी बातों में आनंद खोजना चाहिए क्योंकि
बड़ी-बड़ी बातें तो जीवन मे कुछ ही होती हैं।
9.ईश्वर से कुछ मांगने पर न मिले तो उससे नाराज ना
होना क्योंकि ईश्वर वह नही देता जो आपको अच्छा
लगता है बल्कि वह देता है जो आपके लिए अच्छा
होता है।
10. लगातार हो रही असफलताओं से निराश नही होना
चाहिए क्योंकि कभी-कभी गुच्छे की आखिरी चाबी भी
ताला खोल देती है।
11. ये सोच है हम इंसानों कि एक अकेला क्या कर
सकता है पर देख जरा उस सूरज को वो अकेला ही तो
चमकता है
12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हें तोड़ना मत क्योंकि
पानी चाहे कितना भी गंदा हो अगर प्यास नही बुझा
सकता पर आग तो बुझा सकता है।
13. अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला, मिटटी के
बने लोग कागजों में बिक जाते हैं।
14. इंसान की तरह बोलना न आये तो जानवर की तरह
मौन रहना अच्छा है।
15. जब हम बोलना नही जानते थे, तो हमारे बोले बिना
'माॅ' हमारी बातों को समझ जाती थी और आज हम हर
बात पर कहते है ''छोड़ो भी 'मां' आप नही समझोगी''
16. " शुक्रगुजार हूँ उन तमाम लोगों का जिन्होंने बुरे वक्त
मे मेरा साथ छोड़ दिया क्योंकि उन्हें भरोसा था कि मै
मुसीबतों से अकेले ही निपट सकता हूँ।
17. शर्म की अमीरी से इज्जत की गरीबी अच्छी है
18. जिदंगी में उतार चड़ाव का आना बहुत जरुरी है
क्योंकि ECG मे सीधी लाईन का मतलब मौत ही
होता है
19. रिश्ते, आजकल रोटी की तरह हो गए जरा सी आंच
तेज क्या हुई जल भुनकर खाक हो गए।
20. जिंदगी में अच्छे लोंगो की तलाश मत करो "खुद
अच्छे बन जाओ" आपसे मिलकर शायद किसी की
तलाश पूरी हो जाए।

Importance of States in India


Punjab for Fighting,

Bengal for Writing...

Kashmir for Beauty,

Andhra for Duty...

Karnataka for Silk,

Haryana for Milk...

Kerala for Brains,

Tamil for Grains...

Orissa for Temples,

Bihar for Minerals...

Gujarat for Peace,

Assam for Tea...

Rajastan for History,

Maharashtra for Victory...

Himachal for Cold,

Jharkand for Bold...

UP for Rice,

Arunachal for Sunrise...

Goa for Wine,

Meghalaya for Rain...

MP for Diamond,

Sikkim for Almond...

Mizoram for Glass,

Manipur for Dance...

Nagaland for Music,

Chattisghar for Physique...

Uttarkhand for Rivers,

Tripura for Singers...

INDIA...For all

THE LAND OF CULTURE🌍🇮🇳
Must share, Proud to be Indian!



🔰 विज्ञान चालीसा🔰

जय न्यूटन विज्ञान के आगर,
गति खोजत ते भरि गये सागर ।
ग्राहम् बेल फोन के दाता,
जनसंचार के भाग्य विधाता ।
बल्ब प्रकाश खोज करि लीन्हा,
मित्र एडीशन परम प्रवीना ।
बायल और चाल्स ने जाना,
ताप दाब सम्बन्ध पुराना ।
नाभिक खोजि परम गतिशीला,
रदरफोर्ड हैं अतिगुणशीला ।
खोज करत जब थके टामसन,
तबहिं भये इलेक्ट्रान के दर्शन ।
जबहिं देखि न्यट्रोन को पाए,
जेम्स चैडविक अति हरषाये ।
भेद रेडियम करत बखाना,
मैडम क्यूरी परम सुजाना ।
बने कार्बनिक दैव शक्ति से,
बर्जीलियस के शुद्ध कथन से ।
बनी यूरिया जब वोहलर से,
सभी कार्बनिक जन्म यहीं से ।
जान डाल्टन के गूँजे स्वर,
आंशिक दाब के योग बराबर ।
जय जय जय द्विचक्रवाहिनी,
मैकमिलन की भुजा दाहिनी ।
सिलने हेतु शक्ति के दाता,
एलियास हैं भाग्यविधाता ।
सत्य कहूँ यह सुन्दर वचना,
ल्यूवेन हुक की है यह रचना ।
कोटि सहस्र गुना सब दीखे,
सूक्ष्म बाल भी दण्ड सरीखे ।
देखहिं देखि कार्क के अन्दर,
खोज कोशिका है अति सुन्दर ।
काया की जिससे भयी रचना,
राबर्ट हुक का था यह सपना ।
टेलिस्कोप का नाम है प्यारा,
मुट्ठी में ब्रम्हाण्ड है सारा ।
गैलीलियो ने ऐसा जाना,
अा
विष्कार परम पुराना ।
विद्युत है चुम्बक की दाता,
सुंदर कथन मनहिं हर्षाता ।
पर चुम्बक से विद्युत आई,
ओर्स्टेड की कठिन कमाई ।
ओम नियम की कथा सुहाती,
धारा विभव है समानुपाती ।
एहि सन् उद्गगम करै विरोधा,
लेन्ज नियम अति परम प्रबोधा ।
चुम्बक विद्युत देखि प्रसंगा,
फैराडे मन उदित तरंगा ।
धारा उद्गगम फिरि मन मोहे,
मान निगेटिव फ्लक्स के होवे ।
जय जगदीश सबहिं को साजे,
वायरलेस अब हस्त बिराजै ।
अलेक्जेंडर फ्लेमिंग आए,
पैसिंलिन से घाव भराये ।
आनुवांशिकी का यह दान,
कर लो मेण्डल का सम्मान ।
डा रागंजन सुनहु प्रसंगा,
एक्स किरण की उज्ज्वल गंगा ।
मैक्स प्लांक के सुन्दर वचना,
क्वाण्टम अंक उन्हीं की रचना ।
फ्रैंकलिन की अजब कहानी,
देखि पतंग प्रकृति हरषानी ।
डार्विन ने यह रीति बनाई,
सरल जीव से सॄष्टि रचाई ।
परि प्रकाश फोटान जो धाये,
आइंस्टीन देखि हरषाए ।
षष्ठ भुजा में बेंजीन आई,
लगी केकुले को सुखदाई ।
देखि रेडियो मारकोनी का,
मन उमंग से भरा सभी का ।
कृत्रिम जीन का तोहफा लैके,
हरगोविंद खुराना आए ।
ऊर्जा की परमाणु इकाई,
डॉ भाषा के मन भाई ।
थामस ग्राहम अति विख्याता,
गैसों के विसरण के ज्ञाता ।
जो यह पढ़े विज्ञान चालीसा,
देइ उसे विज्ञान आशीषा ।
।। दोहा ।।
यह चालीसा श्रद्धा युक्त पाठ करे जो कोई ,
उन पर कृपा प्रसन्नता विज्ञान की ही होइ ।
….
इति   ।

जय ज्ञान ।
जय विज्ञान ।
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